कवच अर्थात शरीर की रक्षा करने का यह यन्त्र मनुष्य के जीवन पर घटने वाली अप्रत्याशित या अप्रिय घटना जैसे दुर्घटना, अचानक आने वाला बीमारी, अनायास झगड़ा, मानसिक तनाव, व् असाध्य रोग शत्रु द्वारा पीछा करना, शत्रु द्वारा मारण प्रयोग करना आदि परेशानियों से बचाना है I जिस प्रकार राजा कर्ण के पास सूर्य देव द्वारा दिया हुआ कवच तन के पास रहा तबतक राजा अर्जुन कर्ण को मार नहीं सका तब भगवन श्री कृष्ण ने बामन का रूप धारण कर राजा कर्ण से कवच दान के स्वरुप मांग लिया और कर्ण ने कवच बामन वेशधारी कृष्ण को दान दिया तब राजा कर्ण अर्जुन द्वारा मारा गया I कवच मनुष्य की पूर्ण रूप से रक्षा करती है आज भी संसार में देवी कवच, राम रक्षा कवच, सूर्य कवच, गणेश कवच, काली कवच, भैरो कवच, हनुमान कवच, आदि नामों से सांसारिक मनुष्यों की रक्षा हेतु पढ़ा धारण किया जाता है I